'इश्क़' ©

सुकूं नहीं है जिसमे, 
फिर भी करते है
जुनूं होता है ऐसा की, 
लोग मर गुजरते है
कोई काम नहीं होता
कोई दाम नहीं होता
लोग कहते है ऐसा
इसका कोई इनाम नहीं होता!
बस जीने को करते है
लेकिन मर-मर के करते है
हाँ इसे 'इश्क़' कहते है !

©प्रज्ञा ठाकुर

Comments

Popular posts from this blog

उसकी शादी और आख़िरी ख्वाहिश

तुम एक कविता हो !

I do understand!!