Posts

Showing posts from July 15, 2018

बनारसी पान की मिठास सी ©

Image
तु और मैं दोनों बनारस के होते गंगा घाट पर सुबह ५ बजे मिलते मैं किसी पुजारी की बेटी होती तु किसी पान के दुकान का रेगुलर ग्राहक ! बनारसी पान की मिठास सी हम दोनो के जज़्बात होते हाँ तेरी आवारा आदते मुझे सुहाती नहीं पर तु होता नहीं वैसा जैसा दिखता कहते है इश्क का अंदाज हीं जुदा होता है अक्सर ! बस गंगा की अनंत, अविरल सी धारा में, बहती हमारी गाथा !!  ©प्रज्ञा ठाकुर