मौन की गूंज

कुछ नहीं बचेगा गर मौन रह जाएगा चारों ओर अकेला मौन ख़ामोशी और गूंज एक साथ अजीब सिहरन पैदा करेगी जमा देगी ईश्वर का ख़ून मंदिरों में, पशु पक्षी गूंजेंगे फिर भी सन्नाटा होगा नहीं होगी इंसानों की प्रजाति जो शोर करती हैं और सूना पन भी देती है कितनी अजीब बात है~ विरानिया जिनके लिए हो रौनक उन्हीं से हुआ करती है ना?